Aadhaar: आपके आधार कार्ड को लेकर UIDAI की ओर से नए नियमों पर नोटिफिकेशन जारी

Published On: July 4, 2025
Follow Us

अगर किसी व्यक्ति को गलती से दो अलग-अलग आधार नंबर जारी हो गए हैं, तो अब इस पर साफ़ नियम तय कर दिए गए हैं. आधार जारी करने वाली अथॉरिटी UIDAI ने इस मसले पर नई गाइडलाइंस जारी की हैं, जिससे भविष्य में कन्फ्यूजन और दुरुपयोग को रोका जा सके. इस नई गाइडलाइन से एक व्यक्ति – एक आधार की नीति को और मजबूती मिलेगी और पहचान संबंधी धोखाधड़ी पर रोक लगेगी. UIDAI का यह कदम डेटा सुरक्षा और पारदर्शिता की दिशा में एक अहम पहल माना जा रहा है.

क्या कहती है UIDAI की नई गाइडलाइन
जिस आधार नंबर में बायोमेट्रिक (फिंगरप्रिंट, आंखों की स्कैनिंग आदि) की डिटेल पूरी होंगी, वही नंबर मान्य माना जाएगा.

अगर दोनों में से किसी आधार में बायोमेट्रिक जानकारी पूरी नहीं है, तो फिर पहले जारी किया गया आधार नंबर ही वैध माना जाएगा.

दूसरे आधार नंबर को अमान्य (इनवैलिड) घोषित कर दिया जाएगा, जिससे किसी एक ही व्यक्ति के नाम पर दो अलग-अलग पहचान न बनी रहे.

क्यों आई यह गाइडलाइन
पिछले कुछ समय से UIDAI के पास ऐसी शिकायतें आ रही थीं कि एक ही व्यक्ति के नाम पर दो आधार कार्ड जारी हो गए हैं, जिससे न केवल पहचान को लेकर भ्रम पैदा हो रहा था, बल्कि सरकारी योजनाओं के दुरुपयोग की भी आशंका थी.

इसलिए अब UIDAI ने ये तय कर दिया है कि किस आधार नंबर को वैध माना जाए और किसे रद्द किया जाए, इसका नियम बायोमेट्रिक डेटा के आधार पर तय होगा.

क्या करें अगर आपके पास दो आधार नंबर हैं
अगर आपको लगता है कि आपके नाम पर दो आधार नंबर जारी हो गए हैं, तो तुरंत नजदीकी आधार सेवा केंद्र पर संपर्क करें.UIDAI यह तय करेगा कि किस आधार को मान्य रखना है और किसे रद्द करना है.

डॉक्युमेंट की नई सूची लागू
UIDAI ने आधार बनवाने और उसमें अपडेट करवाने के लिए जरूरी दस्तावेजों की पूरी लिस्ट भी अपडेट कर दी है.

ये बदलाव बच्चों, विदेशी नागरिकों, एनआरआई (NRI), और ट्रांसजेंडर समुदाय जैसे अलग-अलग वर्गों के लिए अलग-अलग तरीके से लागू होंगे.

अब कौन से दस्तावेज़ मान्य हैं?

जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate)

पासपोर्ट (Indian/Foreign)

वोटर ID, ड्राइविंग लाइसेंस, राशन कार्ड जैसे पहचान पत्र

बिजली, पानी, गैस, टेलीफोन बिल जैसे पते के प्रमाण

स्कूल के सर्टिफिकेट और सरकारी प्रमाण पत्र

बच्चों के मामले में—अगर बच्चा 5 साल से छोटा है, तो उसके आधार नामांकन के लिए परिवार के मुखिया (HoF) का आधार जरूरी होगा.

विदेशी नागरिकों और ओसीआई कार्डधारकों के लिए—आधार की वैधता वीज़ा या यात्रा परमिट की अवधि के अनुसार होगी.

ध्यान देने वाली बातें
जन्म प्रमाणपत्र अब कई मामलों में अनिवार्य कर दिया गया है, खासकर NRI और छोटे बच्चों के लिए.नाम, जन्मतिथि या लिंग में बदलाव के लिए भी तय दस्तावेज़ों की जरूरत होगी.किसी भी दस्तावेज़ को मान्य तभी माना जाएगा, जब वो अभी वैध हो, व्यक्ति के नाम पर हो, और उसमें दी गई जानकारी सत्यापन योग्य हो.

क्यों अहम है ये बदलाव?
ये नियम आधार डेटा को ज्यादा सुरक्षित, एकरूप और भरोसेमंद बनाने के लिए लाए गए हैं. अब फर्जी या दोहराए गए आधार नंबरों को हटाया जा सकेगा और लोगों को अपने रिकॉर्ड में सुधार करवाने में ज्यादा सुविधा मिलेगी.

सरल भाषा में समझें तो: अब एक ही व्यक्ति के दो आधार नंबर नहीं चलेंगे, और आधार के लिए कौन-कौन से दस्तावेज मान्य हैं, इसकी पक्की और अपडेट लिस्ट जारी कर दी गई है.

अगर आपने कभी दो आधार बनवाए हों या आपकी जानकारी में बदलाव हो, तो इसे सही करवाना जरूरी है.

UIDAI की वेबसाइट पर जाकर या आधार सेवा केंद्र पर जाकर ये काम करवाया जा सकता है.

Join WhatsApp

Join Now

Join Telegram

Join Now

Related Posts

Leave a Comment